अजीब ज़ुल्म करती है तेरी
अजीब ज़ुल्म
करती है तेरी यादें मुझ पर,
सो जाऊ तो उठा देती है और
उठ जाऊ तो रुला देती है !!
ajib zulm
karati hai teri yaaden mujh par,
so jau to utha deti hai aur
uth jau to rula deti hai !!
Miss You Shayari
2 years ago