मेरी मोहब्बत की ना सही,
मेरी मोहब्बत की ना
सही, मेरे सलिके की तो दाद दे,
रोज़ तेरा ज़िक्र करता हूँ, बगैर
तेरा नाम लिये !!
meri mohabbat ki na
sahi, mere salike ki to daad de,
roz tera zikr karata hun, bagair
tera naam liye !!
Shikayat Shayari
2 years ago