मेरी बात सुन पगली अकेले
मेरी बात सुन पगली
अकेले हम ही शामिल नही है इस जुर्म में,
जब नजरे मिली थी तो मुस्कराई
तू भी थी !!
meri baat sun pagali
akele ham hi shaamil nahi hai is jurm mein,
jab najare mili thi to muskarai
tu bhi thi !!
Shikayat Shayari
2 years ago