नजर और नसीब के मिलने
नजर और नसीब के
मिलने का इत्तफाक कुछ ऐसा है की,
नजर को हंमेशा वही पसंद आता है
जो नसीब मे नहीं होता !!
najar aur nasib ke
milane ka ittafaak kuchh aisa hai ki,
najar ko hammesha vahi pasand aata hai
jo nasib me nahin hota !!
Shikayat Shayari
2 years ago