तोहमतों का बाज़ार बड़ा चलने
तोहमतों का
बाज़ार बड़ा चलने लगा है,
आदमी को आदमी अब
खलने लगा है,
tohamaton ka
bazar bada chalane laga hai,
adami ko adami ab
khalane laga hai,
Shikayat Shayari
2 years ago
तोहमतों का
बाज़ार बड़ा चलने लगा है,
आदमी को आदमी अब
खलने लगा है,
tohamaton ka
bazar bada chalane laga hai,
adami ko adami ab
khalane laga hai,
2 years ago