डरता हूँ कुछ कहने से,
डरता हूँ
कुछ कहने से,
और रोज मरता हूँ,
ना कहने से !!
darata hun
kuchh kahane se,
aur roj marata hun,
na kahane se !!
Shikayat Shayari
2 years ago
डरता हूँ
कुछ कहने से,
और रोज मरता हूँ,
ना कहने से !!
darata hun
kuchh kahane se,
aur roj marata hun,
na kahane se !!
2 years ago