शौक़ नहीं है मुझे ज़ज्बातों
शौक़ नहीं है मुझे
ज़ज्बातों को सरेआम लिखने का,
मगर क्या करूँ ज़रिया यही है बस
तुमसे बात करने का !!
shauq nahin hai mujhe
zajbaaton ko sareaam likhane ka,
magar kya karun zariya yahi hai bas
tumase baat karane ka !!
Shikayat Shayari
2 years ago