होता अगर दिल तक तो
होता अगर दिल तक
तो कब का भूल चुकी होती मैं,
मगर तू रूह तक सामिल है
तो कैसे भुलाऊ मैं !!
hota agar dil tak
to kab ka bhul chuki hoti main,
magar tu ruh tak saamil hai
to kaise bhulau main !!
Romantic Shayari
2 years ago
होता अगर दिल तक
तो कब का भूल चुकी होती मैं,
मगर तू रूह तक सामिल है
तो कैसे भुलाऊ मैं !!
hota agar dil tak
to kab ka bhul chuki hoti main,
magar tu ruh tak saamil hai
to kaise bhulau main !!
2 years ago