कैसे भूलेगा वो मेरी बरसो
कैसे भूलेगा वो
मेरी बरसो की चाहत को,
दरिया अगर सूख भी जाये तो
रेत से नमी नहीं जाती !!
kaise bhulega wo
meri baraso ki chaahat ko,
dariya agar sukh bhi jaaye to
ret se nami nahin jaati !!
Romantic Shayari
2 years ago
कैसे भूलेगा वो
मेरी बरसो की चाहत को,
दरिया अगर सूख भी जाये तो
रेत से नमी नहीं जाती !!
kaise bhulega wo
meri baraso ki chaahat ko,
dariya agar sukh bhi jaaye to
ret se nami nahin jaati !!
2 years ago