दीदार की तलब हो तो
दीदार की तलब हो तो
नज़रे जमाये रखना ग़ालिब,
क्यूंकि नकाब हो या नसीब…..
सरकता जरुर है !!
didaar ki talab ho to
nazare jamaaye rakhana gaalib,
kyunki nakaab ho ya nasib…..
sarakata jarur hai !!
Romantic Shayari
2 years ago
दीदार की तलब हो तो
नज़रे जमाये रखना ग़ालिब,
क्यूंकि नकाब हो या नसीब…..
सरकता जरुर है !!
didaar ki talab ho to
nazare jamaaye rakhana gaalib,
kyunki nakaab ho ya nasib…..
sarakata jarur hai !!
2 years ago