नजरों का खेल था साहब,
नजरों का
खेल था साहब,
वो चुरा ना सकें और हम
हटा ना सके !!
najaron ka
khel tha saahab,
wo chura na saken aur ham
hata na sake !!
Romantic Shayari
2 years ago
नजरों का
खेल था साहब,
वो चुरा ना सकें और हम
हटा ना सके !!
najaron ka
khel tha saahab,
wo chura na saken aur ham
hata na sake !!
2 years ago