अपनी किस्मत पे इतरा रहे
अपनी किस्मत
पे इतरा रहे है वो गुल आजकल,
एक रोज चूमकर जिन्हें तुमने अपने
गेशुओं में सजाया था !!
apani kismat
pe itara rahe hai wo gul aajakal,
ek roj chumakar jinhen tumane apane
geshuon mein sajaaya tha !!
Romantic Shayari
2 years ago