इश्क वो उड़ता हुआ परिंदा
इश्क वो
उड़ता हुआ परिंदा है,
जिसे पिंजरे की नहीं भरोसे
की जरुरत है !!
ishk wo
udata hua parinda hai,
jise pinjare ki nahin bharose
ki jarurat hai !!
Romantic Shayari
2 years ago
इश्क वो
उड़ता हुआ परिंदा है,
जिसे पिंजरे की नहीं भरोसे
की जरुरत है !!
ishk wo
udata hua parinda hai,
jise pinjare ki nahin bharose
ki jarurat hai !!
2 years ago