बैठता वही हूँ जहाँ अपनेपन
बैठता वही हूँ जहाँ
अपनेपन का एहसास हो मुझको,
यूँ तो ज़िन्दगी में कितने ही
लोग आवाज़ देते है !!
baithata vahi hun jahan
apanepan ka ehasas ho mujhako,
yun to zindagi mein kitane hi
log aavaz dete hai !!
Relationship Shayari
2 years ago