वो क्या समजेंगे किसी रिश्तें
वो क्या समजेंगे
किसी रिश्तें की नाजुकता,
जो हर रोज नये नये रिश्तें
जोड़ते तोड़ते रहते है !!
wo kya samajenge
kisi rishten ki naajukata,
jo har roj naye naye rishten
jodate todate rahate hai !!
Relationship Shayari
2 years ago