वो रोज़ नहाता है इसी
वो रोज़ नहाता है
इसी उम्मीद में की,
किस्मत से गरीब होने
का दाग़ किसी दिन
मिट जायेगा !!
wo roz nahaata hai
isi ummid mein ki,
kismat se garib hone
ka daag kisi din
mit jaayega !!
Motivational Shayari
2 years ago
वो रोज़ नहाता है
इसी उम्मीद में की,
किस्मत से गरीब होने
का दाग़ किसी दिन
मिट जायेगा !!
wo roz nahaata hai
isi ummid mein ki,
kismat se garib hone
ka daag kisi din
mit jaayega !!
2 years ago