उलझने क्या बताऊँ अब मैं
उलझने क्या
बताऊँ अब मैं जिंदगी की,
तेरे ही गले लगकर तेरी ही
शिकायत क्या करनी !!
ulajhane kya
bataun ab main jindagi ki,
tere hi gale lagakar teri hi
shikaayat kya karani !!
Life Shayari
2 years ago
उलझने क्या
बताऊँ अब मैं जिंदगी की,
तेरे ही गले लगकर तेरी ही
शिकायत क्या करनी !!
ulajhane kya
bataun ab main jindagi ki,
tere hi gale lagakar teri hi
shikaayat kya karani !!
2 years ago