मैं खुल के हँस रहा
मैं खुल के हँस
रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए,
वो मुस्कुरा भी ना पाया
अमीर होते हुए !!
main khul ke hans
raha hun faqir hote hue,
wo muskura bhi na paaya
amir hote hue !!
Life Shayari
2 years ago
मैं खुल के हँस
रहा हूँ फ़क़ीर होते हुए,
वो मुस्कुरा भी ना पाया
अमीर होते हुए !!
main khul ke hans
raha hun faqir hote hue,
wo muskura bhi na paaya
amir hote hue !!
2 years ago