एक तो महबूब से दूरी
एक तो महबूब से दूरी
और ऊपर से बारिश का ये जुल्म,
कुछ तो तरस खाया करो
आशिकों पे मेरे खुदा !!
ek to mahabub se duri
aur upar se baarish ka ye julm,
kuchh to taras khaaya karo
aashikon pe mere khuda !!
Breakup Shayari
2 years ago