कितनी फिकर है कुदरत को
कितनी फिकर है
कुदरत को मेरी तन्हाई की,
जागते रहते है ये सितारे
रातभर मेरे लिए !!
kitani fikar hai
kudarat ko meri tanhai ki,
jaagate rahate hai ye sitaare
raatabhar mere liye !!
Breakup Shayari
2 years ago
कितनी फिकर है
कुदरत को मेरी तन्हाई की,
जागते रहते है ये सितारे
रातभर मेरे लिए !!
kitani fikar hai
kudarat ko meri tanhai ki,
jaagate rahate hai ye sitaare
raatabhar mere liye !!
2 years ago