पता नहीं ये बादल क्यूँ
पता नहीं ये बादल क्यूँ
भटक रहे है फ़िज़ा में दर-बदर,
शायद इनसे भी बात नहीं करता
इनका अपना कोई !!
pata nahin ye baadal kyun
bhatak rahe hai fiza mein dar-badar,
shaayad inase bhi baat nahin karata
inaka apana koi !!
Breakup Shayari
2 years ago