उससे कह दो की मेरी
उससे कह दो की
मेरी सज़ा कुछ कम कर दे,
हम पेशे से मुज़रिम नहीं हैं, बस
गलती से इश्क हुआ था !!
usase kah do ki
meri saza kuchh kam kar de,
ham peshe se muzarim nahin hain, bas
galati se ishk hua tha !!
Broken Heart Shayari
2 years ago