देखी जो नब्ज मेरी, हँस
देखी जो नब्ज मेरी,
हँस कर बोला वो हकीम,
जा जमा ले महफिल पुराने
दोस्तों के साथ, तेरे हर मर्ज
की दवा वही है !!
dekhi jo nabj meri,
hans kar bola wo hakim,
ja jama le mahafil puraane
doston ke saath, tere har marj
ki dava vahi hai !!
Friendship Shayari
2 years ago