अपनी पीठ से निकले खंजरों
अपनी पीठ से निकले
खंजरों को गिना जब मैंने,
ठीक उतने ही थे जितनों को
गले लगाया था मैंने !!
apani pith se nikale
khanjaron ko gina jab mainne,
thik utane hi the jitanon ko
gale lagaaya tha mainne !!
Sad Shayari
2 years ago