अपनी ही ख्वाहिशों का कतल
अपनी ही ख्वाहिशों
का कतल किया है मैंने,
कैसे कह दूँ की गुनहगार
नहीं हूँ मैं !!
apani hi khvaahishon
ka katal kiya hai mainne,
kaise kah dun ki gunahagaar
nahin hun main !!
Sad Shayari
2 years ago
अपनी ही ख्वाहिशों
का कतल किया है मैंने,
कैसे कह दूँ की गुनहगार
नहीं हूँ मैं !!
apani hi khvaahishon
ka katal kiya hai mainne,
kaise kah dun ki gunahagaar
nahin hun main !!
2 years ago