किसीको मिल गया मौक़ा बुलन्दियों
किसीको मिल गया
मौक़ा बुलन्दियों को छूने का,
मेरा नाकाम होना भी किसीके
काम तो आया !!
kisiko mil gaya
mauqa bulandiyon ko chhune ka,
mera naakaam hona bhi kisike
kaam to aaya !!
Sad Shayari
2 years ago
किसीको मिल गया
मौक़ा बुलन्दियों को छूने का,
मेरा नाकाम होना भी किसीके
काम तो आया !!
kisiko mil gaya
mauqa bulandiyon ko chhune ka,
mera naakaam hona bhi kisike
kaam to aaya !!
2 years ago