क्यूँ रे मुक़द्दर क्यूँ दर्द
क्यूँ रे मुक़द्दर
क्यूँ दर्द पे दर्द दिए जा रहा है,
अब नहीं सहा जाता, हो सके
तो मौत ही दे दे !!
kyun re muqaddar
kyun dard pe dard die ja raha hai,
ab nahin saha jaata, ho sake
to maut hi de de !!
Sad Shayari
2 years ago