रोज एक नयी तकलीफ, रोज
रोज एक नयी
तकलीफ, रोज एक नया गम,
न जाने कब एलान होगा की
मर गए है हम !!
roj ek nayi
takalif, roj ek naya gam,
na jaane kab elaan hoga ki
mar gae hai ham !!
Sad Shayari
2 years ago
रोज एक नयी
तकलीफ, रोज एक नया गम,
न जाने कब एलान होगा की
मर गए है हम !!
roj ek nayi
takalif, roj ek naya gam,
na jaane kab elaan hoga ki
mar gae hai ham !!
2 years ago