निकाल फेंकती है दहलीज के
निकाल फेंकती
है दहलीज के बाहर,
ये बढती उम्र किसीकी
सगी नहीं होती !!
nikaal fenkati
hai dahalij ke baahar,
ye badhati umr kisiki
sagi nahin hoti !!
Sad Shayari
2 years ago
निकाल फेंकती
है दहलीज के बाहर,
ये बढती उम्र किसीकी
सगी नहीं होती !!
nikaal fenkati
hai dahalij ke baahar,
ye badhati umr kisiki
sagi nahin hoti !!
2 years ago