लोग रह गये इतराते अपनी
लोग रह गये इतराते
अपनी चालाकियों पर,
वो समझ ही न पाये कि वो
क्या गँवा बैठे है !!
log rah gaye itaraate
apani chaalaakiyon par,
wo samajh hi na paaye ki wo
kya ganva baithe hai !!
Sad Shayari
2 years ago
लोग रह गये इतराते
अपनी चालाकियों पर,
वो समझ ही न पाये कि वो
क्या गँवा बैठे है !!
log rah gaye itaraate
apani chaalaakiyon par,
wo samajh hi na paaye ki wo
kya ganva baithe hai !!
2 years ago