अश्क मजबूरी नहीं समझेंगे, जाइये
अश्क मजबूरी नहीं समझेंगे,
जाइये आप जिधर जाना है,
ये दो आंखें ही करेगी अब तय, डूबना
है की उभर जाना है !!
ashk majaburi nahin samajhenge,
jaiye aap jidhar jaana hai,
ye do aankhen hi karegi ab tay, dubana
hai ki ubhar jaana hai !!
Sad Shayari
2 years ago