इन्सान की खामोशी सबुत है,
इन्सान की
खामोशी सबुत है,
की वो बिलकुल टूट
चुका है !!
insaan ki
khaamoshi sabut hai,
ki wo bilakul tut
chuka hai !!
Sad Shayari
2 years ago
इन्सान की
खामोशी सबुत है,
की वो बिलकुल टूट
चुका है !!
insaan ki
khaamoshi sabut hai,
ki wo bilakul tut
chuka hai !!
2 years ago