दस्तक देकर दरवाज़े पर छुप
दस्तक देकर दरवाज़े
पर छुप जाती है अक्सर,
किसी नटखट बच्चे-सी है मेरे
हिस्से की खुशियां !!
dastak dekar daravaaze
par chhup jaati hai aksar,
kisi natakhat bachche-si hai mere
hisse ki khushiyaan !!
Sad Shayari
2 years ago