जो साज़ से निकली है
जो साज़ से निकली है
वो धुन सबने सुनी है,
जो तार पे गुज़री है वो ग़म
किसको पता है !!
jo saaz se nikali hai
wo dhun sabane suni hai,
jo taar pe guzari hai wo gam
kisako pata hai !!
Sad Shayari
2 years ago
जो साज़ से निकली है
वो धुन सबने सुनी है,
जो तार पे गुज़री है वो ग़म
किसको पता है !!
jo saaz se nikali hai
wo dhun sabane suni hai,
jo taar pe guzari hai wo gam
kisako pata hai !!
2 years ago