थोड़ा सा ज़ुर्म करके मैंने
थोड़ा सा ज़ुर्म करके
मैंने चाहा था मुस्कुराना,
मरने नहीं देती मोहब्बत ज़ीने
नहीं देता ज़माना !!
thoda sa zurm karake
mainne chaaha tha muskuraana,
marane nahin deti mohabbat zine
nahin deta zamaana !!
Dard E Dil Shayari
2 years ago