मेरी रूह को अब तक
मेरी रूह को अब
तक जन्नत नसीब नहीं हुई,
इश्क को मरे हुए तो ज़माना
हो गया !!
meri ruh ko ab
tak jannat nasib nahin hui,
ishk ko mare hue to zamaana
ho gaya !!
Dard E Dil Shayari
2 years ago
मेरी रूह को अब
तक जन्नत नसीब नहीं हुई,
इश्क को मरे हुए तो ज़माना
हो गया !!
meri ruh ko ab
tak jannat nasib nahin hui,
ishk ko mare hue to zamaana
ho gaya !!
2 years ago