मत रखो वफ़ा की उमीद
मत रखो वफ़ा की उमीद
दोस्तो इन हुस्न की तितलिओ से,
एक फूल छोड़कर दूसरे फूल पर बैठना
इनकी फितरत होती है !!
mat rakho vafa ki umid
dosto in husn ki titalio se,
ek ful chhodakar dusare ful par baithana
inaki fitarat hoti hai !!
Bewafa Shayari
2 years ago