ऐ दिल तड़पना बंद कर,
ऐ दिल तड़पना बंद कर,
अब तू रातों को सोता क्यूँ नही,
वो भी किसी का हो गया, तू भी
किसी का होता क्यूँ नहीं !!
ai dil tadapana band kar,
ab tu raaton ko sota kyun nahi,
wo bhi kisi ka ho gaya, tu bhi
kisi ka hota kyun nahin !!
Bewafa Shayari
2 years ago