अब तुझसे शिकायत करना मेरे
अब तुझसे
शिकायत करना मेरे हक मे नहीं,
क्योंकि तू आरजू मेरी थी पर अमानत
शायद किसी और की !!
ab tujhase
shikaayat karana mere hak me nahin,
kyonki tu aaraju meri thi par amaanat
shaayad kisi aur ki !!
Bewafa Shayari
2 years ago