डूबी है मेरी उंगलिया खुद
डूबी है मेरी
उंगलिया खुद अपने लहू में,
ये कांच के टुकडो को
उठाने की सजा है !!
dubi hai meri
ungaliya khud apane lahu mein,
ye kaanch ke tukado ko
uthaane ki saja hai !!
Bewafa Shayari
2 years ago
डूबी है मेरी
उंगलिया खुद अपने लहू में,
ये कांच के टुकडो को
उठाने की सजा है !!
dubi hai meri
ungaliya khud apane lahu mein,
ye kaanch ke tukado ko
uthaane ki saja hai !!
2 years ago